तुझे पाने की हसरतें, तुझे हासिल होंने की जुस्तजू.
तेरे ख्याल में रहने की आदतें फिर तुझे अक्स में ढूंढना हूबहू!!
तू बस गई है ज़हनों ख्याल में तू हो जा इस दिल की ये कर रहा है मिन्नतें.!
वो तेरी मुस्कुराहटें के जिसपे आंखों से होंने लगी शरारतें,
आ करीब आ के तेरे जिस्म को तराश दें, तू समझ ले बस यही मेरे दिल की मसलहतें !
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