Tuesday, April 23, 2019

कब तक

आईना कब तक बनाओगी मुझको,
खुदसे कब मिलवाओगी मुझको!
अपने हाथ का कंगन समझ रखी हो क्या,
आखिर कब तक घुमाओगी मुझको !!

No comments: