वो ख़ुद को सब कुछ समझ रहा था वबा से पहले
पलक झपकते ही सारा मंज़र बदल गया है
यहाँ तो मेला लगा हुआ था वबा से पहले
तुम आज हाथों से दूरियाँ नापते हो सोचो
दिलों में किस दर्जा फ़ासला था वबा से पहले
अजीब सी दौड़ में सब ऐसे लगे हुए थे
मकाँ मकीनों को ढूँढता था वबा से पहले
हम आज ख़ल्वत में इस ज़माने को रो रहे हैं
वो जिस से सब को बहुत गिला था वबा से पहले
न जाने क्यों आ गया दुआ में मिरी वो बच्चा
सड़क पे जो फूल बेचता था वबा से पहले
दुआ को उट्ठे हैं हाथ 'अम्बर' तो ध्यान आया
ये आसमाँ सुर्ख़ हो चुका था वबा से पहले
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