काश फिर से वही तराना आए
जो बीत गया, जिसे भूल गए
काश फिर से वही ज़माना आए।
वो नुक्कड़ की चाय
वो समोसों की दुकान
काश फिर से वही खाना आए
जो बीत गया, जिसे भूल गए
काश फिर से वही ज़माना आए।
वो स्कूल की पढ़ाई
वो दोस्तों से लड़ाई
काश फिर से वही दोस्ताना आए
जो बीत गया, जिसे भूल गए
काश फिर से वही ज़माना आए।
वो पेन छीनना
वो परेशान करना
काश फिर से वही बचपना आए
जो बीत गया, जिसे भूल गए
काश फिर से वही ज़माना आए
जो बिछड़ गए
जो दूर हुए
काश फिर से मिलने का बहाना आए
जो बीत गया, जिसे भूल गए
काश फिर से वही ज़माना आए।
No comments:
Post a Comment