फिर कभी फ़ुर्सत में निपटाऊँगा शिकायतें तुम्हारी ,
फ़िलहाल ख़ुद में उलझा हूँ, सुलझने में थोड़ा वक़्त लगेगा |
तेरे दिल में भी झाकूँगा , क्या कुछ छुपाया है तूने ,
अभी ख़्वाबों में डूबा हूँ , निकलने में थोड़ा वक़्त लगेगा |
अगर थोड़ा कड़वा बोल जाऊँ तुमसे, तो नाराज़ मत होना,
कुछ देर पहले ही तो टूटा हूँ, संभलने में थोड़ा वक़्त लगेगा
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