उम्मीद ओ यास की रुत आती जाती रहती है
मगर यक़ीन का मौसम नहीं बदलता है
- मंज़ूर हाशमी
मिरी ज़बान के मौसम बदलते रहते हैं
मैं आदमी हूँ मिरा ए'तिबार मत करना
- आसिम वास्ती
बर्क़ बाराँ तीरगी और ज़लज़ला
बदला बदला सा है मौसम का मिज़ाज
- आसिम शहनवाज़ शिबली
ज़रा मौसम तो बदला है मगर पेड़ों की शाख़ों पर नए पत्तों के आने में अभी कुछ दिन लगेंगे
बहुत से ज़र्द चेहरों पर ग़ुबार-ए-ग़म है कम बे-शक पर उन को मुस्कुराने में अभी कुछ दिन लगेंगे
- जावेद अख़्तरगए मौसम में जो खिलते थे गुलाबों की तरह
दिल पे उतरेंगे वही ख़्वाब अज़ाबों की तरह
- परवीन शाकिर
मंज़र मंज़र जी लो जितना जी पाओ
मौसम पल पल रंग बदलता रहता है
- अज़हर इक़बालमैं बदलते मौसमों के रंग से बेज़ार हूँ
हर नई रुत से चमन में बरसर-ए-पैकार हूँ
- सबा नक़वी
हवा सहर की है इन दिनों में
बदलते मौसम के ख़्वाब जैसी
- मुनीर नियाज़ीतेरे तेवर देख के अक्सर
मौसम रंग बदलता होगा
- ख़्वाजा साजिद
ग़मों की रुत हो या कोई ख़ुशी का मौसम हो
बदलते रहते हैं मौसम बदलता रहता है
- अब्दुल्लाह नदीम
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