Wednesday, January 15, 2020

गोरियों कालियों ने मार दिया

गोरियों कालियों ने मार दिया 
जामुनों वालियों ने मार दिया 

अंग हैं या रिकाबियॉं धन की 
मोहनी थालियों ने मार दिया 

गुनगुनाते हसीन कानों की 
डोलती बालियों ने मार दिया

ऊदे ऊदे सहाब से आँचल 
रंग की जालियों ने मार दिया 

ज़ुल्फ़ की निकहतों ने जाँ ले ली 
होंट की लालियों ने मार दिया 

उफ़ वो प्यासे मोअज़्ज़ेज़ीन जिन्हें 
रस-भरी गालियों ने मार दिया 

झूमती डालियों से जिस्म, 
झूमती डालियों ने मार दिया! 

No comments: