Wednesday, September 16, 2009

Dunia Meri

ऊपर अम्बर नीचे जमीन है,
इतना बड़ा घर कोई नहीं है.
फूल पवन और बादल पंछी,
दुनिया मेरी नयी नयी है..

Sunday, August 23, 2009

मस्ती भरी आँख

हमने देखी है किसी शोख की मस्ती भरी आँख |
मिलती जुलती है छलकते हुए पैमाने से ||

Saturday, August 22, 2009

Blood donation

Marwadi donates blood to Arbi. Arbi gifts him a Ferrari. Marwadi again donates blood to Arbi. This time, Arbi gives him only one rupee. Marwadi asks - Why?
Arbi - अब मेरी रगों में तेरा खून दौड़ रहा है!

हा हा :-)

Thursday, August 20, 2009

Aaj

आज कुछ बात कर रहा है दिल,
शायद कोई फरियाद कर रहा है दिल.
चुपके से कह दिया धड़कन ने,
वो आप हो जिसे याद कर रहा है दिल..

Success

Successful people never relax in chairs. They relax in work. They sleep with dream, awake with commitment. Be a successful one!

Last Sight

Everybody in life seems to be special to you at the first sight. But, the special is the one who remains in your eyes till your last sight!! Good Night!

If

If care is a wave, I have sea for you. If respect is a leaf, I have garden for you. If trust is a star, I have a galaxy for you. If friendship is life; I have myself for you!!

Education

Define Education?
Education is the process in which we waste 1/4 of our life in learning how to waste 3/4 of our life!!

Rahul Sonia Gandhi

Rahul Gandhi - Mom, aapki wajah se meri shadi nahi ho paa rahi hai?
Sonia Gandhi - Wo kaise?
Rahul - Kyonki, har taraf likha hua hai.. Sonia ko BahuMat do???

You are sweet

You are the sweetest person in this world. Yakeen nahi aata. Suraj ki kasam! Aaila..... Andhera kaise ho gaya!!

My wish

I asked God to bless you. He did. I asked God to love you, He did. I asked Him to make you happy, He denied and said, Your SMS will do better! Hope it did!

Heartbeat

Touch your heart and you will feel the rhythm of your heartbeat. Touch your head and you will feel the rhythm of an empty pot. Tin... Tin.... Tin....Tidin... ha ha ha ha :-)

Sunday, August 9, 2009

बूँदें

गुनगुनाती हुई आती है फ़लक से बूँदें |
शायद कोई बदली तेरे पाजेब से टकराई है ||

Thursday, July 9, 2009

Daali Daali

डाली डाली पे नजर डाली,
किसी ने अच्छी तो किसी ने बुरी डाली.
मगर जिस डाली पे मैंने नज़र डाली,
कमबख्त माली ने काट डाली !!

Wednesday, July 8, 2009

Saajish

बादलों के दरमियान कुछ ऐसी साजिश हूई,
मेरा घर मिट्टी का था मेरे ही घर बारिश हुई|
आसमां को जहाँ जिद है बिजलियाँ गिराने की,
हमें भी वहीँ आदत है आशियाँ बनाने की||

zindadi jabse..

ज़िन्दगी जबसे सजल हो गयी,
अश्क तबसे ग़ज़ल हो गयी |
जबसे छोड़ी है मैंने साड़ी ख्वाहिशें,
मेरी छोटी सी कुटिया महल हो गयी ||

akal badi ya bhais

महामूर्ख दरबार में, लगा अनोखा केस
फसा हुआ है मामला, अक्ल बङी या भैंस
अक्ल बङी या भैंस, दलीलें बहुत सी आयीं
महामूर्ख दरबार की अब,देखो सुनवाई
मंगल भवन अमंगल हारी- भैंस सदा ही अकल पे भारी
भैंस मेरी जब चर आये चारा- पाँच सेर हम दूध निकारा
कोई अकल ना यह कर पावे- चारा खा कर दूध बनावे
अक्ल घास जब चरने जाये- हार जाय नर अति दुख पाये
भैंस का चारा लालू खायो- निज घरवारि सी.एम. बनवायो
तुमहू भैंस का चारा खाओ- बीवी को सी.एम. बनवाओ
मोटी अकल मन्दमति होई- मोटी भैंस दूध अति होई
अकल इश्क़ कर कर के रोये- भैंस का कोई बाँयफ्रेन्ड ना होये
अकल तो ले मोबाइल घूमे- एस.एम.एस. पा पा के झूमे
भैंस मेरी डायरेक्ट पुकारे- कबहूँ मिस्ड काल ना मारे
भैंस कभी सिगरेट ना पीती- भैंस बिना दारू के जीती
भैंस कभी ना पान चबाये - ना ही इसको ड्रग्स सुहाये
शक्तिशालिनी शाकाहारी- भैंस हमारी कितनी प्यारी
अकलमन्द को कोई ना जाने- भैंस को सारा जग पहचाने
जाकी अकल मे गोबर होये- सो इन्सान पटक सर रोये
मंगल भवन अमंगल हारी- भैंस का गोबर अकल पे भारी
भैंस मरे तो बनते जूते- अकल मरे तो पङते जूते..
So now you decide yourself !!
अक्ल बङी या भैंस !

Tuesday, July 7, 2009

कोई दीवाना कहता है कोई पागल समझता है..

कोई दीवाना कहता है कोई पागल समझता है,

मगर धरती की बेचैनी को बस बादल समझता है |

मैं तुझसे दूर कैसा हुँ तू मुझसे दूर कैसी है,

ये मेरा दिल समझता है या तेरा दिल समझता है ||



समुन्दर पीर का अंदर है लेकिन रो नहीं सकता,

ये आसूँ प्यार का मोती है इसको खो नहीं सकता |

मेरी चाहत को दुल्हन तू बना लेना मगर सुन ले,

जो मेरा हो नहीं पाया वो तेरा हो नहीं सकता ||



मुहब्बत एक एह्सासों की पावन सी कहानी है,

कभी कबीरा दीवाना था कभी मीरा दीवानी है |

यहाँ सब लोग कहते है मेरी आँखों में आसूँ हैं,

जो तू समझे तो मोती है जो न समझे तो पानी है ||



भ्रमर कोई कुमुदनी पर मचल बैठा तो हँगामा,

हमारे दिल में कोई ख्वाब पला बैठा तो हँगामा |

अभी तक डूब कर सुनते थे हम किस्सा मुहब्बत का,

मैं किस्से को हक़ीक़त में बदल बैठा तो हँगामा ||

- डॉ कुमार विश्वास

Sunday, June 14, 2009

हम दीवानों की क्या हस्ती

हम दीवानों की क्या हस्ती, आज यहाँ कल वहाँ चले
मस्ती का आलम साथ चला, हम धूल उड़ाते जहाँ चले

आए बनकर उल्लास कभी, आँसू बनकर बह चले अभी
सब कहते ही रह गए, अरे तुम कैसे आए, कहाँ चले

किस ओर चले? मत ये पूछो, बस चलना है इसलिए चले
जग से उसका कुछ लिए चले, जग को अपना कुछ दिए चले

दो बात कहीं, दो बात सुनी, कुछ हँसे और फिर कुछ रोए
छक कर सुख दुःख के घूँटों को, हम एक भाव से पिए चले

हम भिखमंगों की दुनिया में, स्वछन्द लुटाकर प्यार चले
हम एक निशानी उर पर, ले असफलता का भार चले

हम मान रहित, अपमान रहित, जी भर कर खुलकर खेल चुके
हम हँसते हँसते आज यहाँ, प्राणों की बाजी हार चले

अब अपना और पराया क्या, आबाद रहें रुकने वाले
हम स्वयं बंधे थे, और स्वयं, हम अपने बन्धन तोड़ चले

-भगवती चरण वर्मा

Thursday, June 4, 2009

ज़िन्दगी,

अगर साँस लेने का नाम है ज़िन्दगी,
साँस लेने के अंदाज बदलते रहिये |

Wednesday, May 27, 2009

पुष्प की अभिलाषा

पुष्प की अभिलाषा

चाह नहीं मैं सुरबाला के
गहनों में गूथा जाऊँ
चाह नहीं प्रेमी माला में
बिंध प्यारी को ललचाऊँ

चाह नहीं सम्राटों के
शव पर हे हरि डाला जाऊँ
चाह नहीं देवों के सिर पर
चढूँ भाग्य पर इतराऊँ

मुझे तोड़ लेना बनमाली
उस पथ पर तुम देना फेंक
मातृभूमि पर शीश चढ़ाने
जिस पथ जाएँ वीर अनेक

- माखनलाल चतुर्वेदी

Monday, April 20, 2009

सोच

सोच को बदलो, सितारे बदल जायेंगे,
नजर को बदलो, नज़ारे बदल जायेंगे;
कश्तियाँ बदलने की जरुरत नही,
दिशाओं को बदलो, किनारे बदल जायेंगे..

Monday, March 23, 2009

अभी तक

ज़िंदगी गमों का पुलिंदा है,
ख़ुशियाँ आज कल चुनिंदा है,
कभी याद कर लिया करो इस नाचीज़ को,
ये शख्स अभी तक ज़िंदा है........?

तेरे बगैर

बेनूर हो चली है बहुत शहर की हवा,
तेज रास्तों पे कहीं खो न जाएँ हम,
उसके बगैर आज जी बहुत उदास है,
चलो कहीं से उसे ढूँढ लायें हम…

Monday, March 16, 2009

एहसास

तेरे होने के अहसास से ज़िन्दगी मुस्कुराती है,
तेरी पनाहों के साये में चाँदनी भी गुनगुनाती है.
ओढ़के सितारों का आँचल अंधेरे सँवरने लगे दोस्त,
तेरी मासूम यादें मेरे हर लम्हे को महकाती हैं!!

Sunday, February 8, 2009

झूठे वादे

अब तू ही नहीं सनम तो तेरी यादें ही सही,

इन यादों में छुपी हुई ये अँधेरी रातें ही सही,

था जिंदगी में ए दोस्त एक तेरे साथ का सहारा,

जो अब वो नहीं तो तेरे झूठे वादे ही सही…

Wednesday, February 4, 2009

सोचा न tha

सोचा न था दिलको कुछ हो जाएगा,
संभाला था जिसे अब तक वो खो जायेगा.
इस तरह से जिंदगी में आओगी तुम,
मदहोश हो के दिल तुझमें ही खो जाएगा..

Wednesday, January 7, 2009

Salaam

एक रंगीन झिझक एक सादा पयाम !
कैसे भूलूं किसी का वो पहला सलाम !!
[;)]

Sochta हूँ..

सोचता हूँ क्या उसे नींद आती होगी,
या मेरी तरह सिर्फ़ अश्क बहाती होगी।
वो मेरी शक्ल, मेरा नाम भुलाने वाली,
अपनी तस्वीर से क्या आँख मिलाती होगी..