बात बात पर मैं दिखावा नहीं करता
प्यार करता हूँ तुझे पर दावा नहीं करता
तुम मुझे पड़ते तो समझ जाते
मैं शोर शराबा नहीं करता
मैं तो पहले दिन से तेरा हूँ
बस अपना हक मैं जताया नहीं करता
कुछ फैसले तेरे हक में रखता हूँ हमेशा
बस तुझे बताया नहीं करता
वो मुस्कराता हुआ अच्छा लगता है मुझे
बस यही सोचकर मैं उसे सताया नहीं करता
औरों की और मेरी मोहब्बत में बस इतना ही फर्क है
मैं तेरी फिक्र करता हूँ बस दिखावा नहीं करता।
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