Thursday, April 2, 2020

तुम क्या जानो हाल हमारा..

तुम क्या जानो हाल हमारा...
तुम बिन कैसे जीते हैं,

शाम-ओ-सहर यादों मे तेरी...
घुट घुट कर हम जीते हैं,

तस्वीर तेरी सीने पर रखकर...
तुझको सोचा करते हैं,

तनहाई में अश्क बहाकर...
तकिया रोज भिगोते हैं!

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