आशु तो कुछ भी नहीं आसूँ के सिवा, जाने क्यों लोग इसे पलकों पे बैठा लेते हैं।
मोहब्बत करना तो मेरा उसूल है, मेरे खून में बस यही जनून है! साथ देना है तो ताउम्र दो, वरना चंद लम्हों की दिल्लगी फिजूल है!!
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