आओ कुछ देर साथ चलें
दुनिया की भीड़ से कहीं एकान्त चलें
तुम जान लो सब मेरे मन की
तब जा के कही कुछ बात बने
मैं समझू तुम्हें, तुम समझो मुझे
फिर जा के नये रिश्ते के तार बुनें
आओ कुछ देर साथ चलें
हाथों में लेकर हाथ चलें
इस रिश्ते को प्रेम का नाम दे
इस प्रीत पर दिल हार दे
तुम साथ चलोगे हर कदम
इस विश्वास पर जीवन गुजार दे
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