Monday, April 22, 2024

आँखों में ही रख लो

 अब दिल में रहना,

गंवारा नहीं !!

आँखों में ही रख लो,

मुझको कहीं !!


पहले से ही दिल में,

हैं लफड़े बड़े !!

कुछ हैं खड़े कुछ,

इधर पड़े कुछ उधर पड़े !!

दिक्कत है बहुत,

बहुत है परेशानी !!

पलकों में ही रख लो,

तुम मुझको कहीं !!


लाखों हैं चाहने वाले तेरे,

सब दिल में ही रहते..

हैं लफड़े बड़े !!

दिल तेरा बना है

यारा धर्मशाला !!

मुझको भी ठहरा दे,

आज की रात कहीं !!

कुछ ना कहूँगा मैं

किसी से..कर ले यकीं !!

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