Thursday, May 30, 2019

प्यार का सिला

प्यार का हक़ है जमाने में सब को लेकिन,
प्यार का सिला कहाँ सब को मिलता है!
ये क्या कम है कि हम कुछ दिन खुश तो रहे,
ये मुकद्दर भी भला कहाँ सब को मिलता है!!

#ashpri

हम मिलेंगे

बहारें आएँगी, होंठों पे फूल खिलेंगे
सितारों को मालूम था, हम दोनों मिलेंगे

Wednesday, May 29, 2019

निशानियाँ


नादानियाँ ही सही 'ए दोस्त'
अपनी कुछ कहानियाँ तो है......
नाक़ामियाँ ही सही लेकिन,
अपनी कुछ निशानियाँ तो हैं......

लीजिए या दीजिए

बोसा-ए-रुख्सार पर तकरार रहने दीजिए,
लीजिए या दीजिए इंकार रहने दीजिए!

तू उसे मिलेगी

ए मेरी बददुआ नही, बल्कि तेरी सज़ा है जाना,
तू उसे मिलेगी, जिसका इरादा नही होगा, तुझ को पाना!

मेरी फिदरत

तुम्हारी नफरत भी न कम कर सकेगी,
मेरी मोहब्बत को,
तुम्हारी बगावत भी न खत्म कर सकेगी,
मेरी उलफत को,
तुम से इश्क करना मेरी आदत,
तुम्हारी हिदायत भी न बदल सकेगी,
मेरी फितरत!

Saturday, May 25, 2019

बरबाद किया है

मोहब्बत ने कई आशिकों को बर्बाद किया है,

पिलाकर जाम बेवफाई का मयखानों को बदनाम किया है!

रोशन खुदा करे

फ़ानूस बन के जिस की हिफाज़त हवा करे
वो शम्मा क्या बुझेगी जिसे रौशन ख़ुदा करे

नाख़ुदा जिनका नहीं

kashtiyan sab ki kinare pe pahunch jati hain
nakhuda jin ka nahin un ka khuda hota hai

Friday, May 24, 2019

फरेब दिख नहीं सका

उनकी आशिकी में हम कुछ इतना मशरुफ़ रहे
के उसके दिल मे पनपता फ़रेब हमें दिख ना सका...

कोशिश थी के बयां करे किस्सा-ए-बेवफ़ाई पर
कलम इश्क के सिवा कुछ लिख ना सका...

Thursday, May 23, 2019

क्या फायदा

इस अधुरी जवानी का क्या फ़ायदा
बिन कथानक कहानी का क्या फ़ायदा
जिसमे धुलकर नजर भी न पावन बने
आंख में ऐसे पानी का क्या फ़ायदा....

तेरे पाने की खुशी में

कभी वो लम्हा भी आएगा,
कभी वो शाम भी आएगी!
जब शायरी तेरे इंतजार में नहीं,
तुझे पाने की खुशी में की जाएगी!

Sunday, May 19, 2019

उस की सोहबत

मैं कैसे लगाऊँ उस पर, बेवफाई का तोहमत....
मेरी किस्मत में ही नहीं थी, उस की सोहबत...

रात के दामन में


रात ही के दामन में चाँद भी हैं तारे भी
रात ही की किस्मत है बे-चराग होना भी...

वफ़ा न किजिए हमसे

इतनी मीठी सी जफ़ा ना कीजिए हमसेगर नहीं है मुहब्बत तो वफ़ा ना कीजिए हमसे
टूट जाएँगे गर मुड़े आधे रास्ते
एक ही तो जिंदगी है उसे खफ़ा ना कीजिए हमसे!

सदा खुश रहना

जमाने भर की रहमत माँग ली मैंने दुआओं में,
दिलों में आरजू है कि एक तू महके फिजाओं में!
तेरी कश्ती की धारा मोड़ के उस ओर कर दी है,
जहाँ जाए खुश रहना खुशी झोली में भर दी है!!

Saturday, May 18, 2019

बेहिसाब

अकसर खामोशीयों में ज़िक्र हुआ उस शक्स का,
जिससे बातें कभी बेहिसाब हुआ करती थीं!

चाँद से सुन्दर

*बात चली चाँद से सुन्दर कौन है,*
*हम गलती से गुलाब बता बैठे,*

*झूंझलाये वो इस कदर,*
*झटके से नकाब उठा बैठे*

Thursday, May 16, 2019

मेरा इश्क़

तुम खंजर ज़रा दबाओ तो सही सीने में,
उफ्फ भी निकल जाये तो मेरा इ़श्क हराम है!

इस सलीके से

इस सलीक़े से मुझे कत्ल किया है उस ने,
अब भी दुनिया समझती हैं कि जिंदा हूँ मैं!

वह शख्स

अनजान अपने आप से वह शख्स रह गया,
जिसने उमर गुज़ार दी औरों की फ़िक्र में!

ख़बर रखता है

खैरियत नहीं पूछता मगर ख़बर रखता है ।
मैंने सुना है वो मुझ पर नज़र रखता है ।

गुनहगारों की महफ़िल

मुझे शामिल करो गुनहगारों की महफ़िल में,
मैं भी क़ातिल हूँ, अपनी ख़्वाहिशों का!

हर मोड़ पे

देखोगे तो हर मोड़ पे मिल जाएँगी लाशें,
ढूँडोगे तो इस शहर में क़ातिल न मिलेगा!

Sunday, May 12, 2019

जमीन माँ है

यहीं रहूँगा कहीं उम्र भर न जाउँगा,
ज़मीन माँ है इसे छोड़ कर न जाऊँगा!

बुनियादी

कई बातें मुहब्बत सबको बुनियादी बताती है,
जो परदादी बताती थी वही दादी बताती है!

सिर्फ एक तुम

दुआ, वफ़ा, ख्वाब, भरोसा, मान, मोहब्बत!
कितने नामों में सिमटे हो सिर्फ़ एक तुम!

काबिल कहाँ

मुझे शायर मत कहना दोस्त
मैं इन लफ़्जों के कबील कंहा
मैं तो बस रोते हुए लिखत हूँ
जिन आँसूओ के वो कबील कंहा...

तन्हा रात

ये तन्हा रात
ये गहरी फ़िजाएें
उसे ढुंढे
की उसको भुल जायें ।।।।

कहानी शजर की

रात हम ने जहाँ बसर की है,
ये कहानी उसी शजर की है!

Saturday, May 11, 2019

गज़ब का ख्वाब

उसका सर सीने पर
और वो बेनकाब था
क्या गुजरी रात यारों
क्या गजब का ख़्वाब था....

इश्क़ की अदा

शिकायत और दुआ में,
जब एक ही शक्स हो!
समझ लो इश्क करने की अदा,
तुम्हें आ गई!

Xxx

चलो फिर से शुरुवात करते है
आज फिर से मुलाकात करते है
फिर से एक दूसरे से बात करते है
एक जवाब में फिरसे पूरी रात करते है
फिर से गलती एक साथ करते है
चलो फिर से शुरूवात करते है...



सादगी भरा शख़्स हूँ 'रियाज़' जज़्बातों से लबरेज़
तू दिल ही ले जा मेरा मुझे नज़राना देना नहीं आता

Happy B'Day Bade Bhai @thejollysharma

Thursday, May 9, 2019

प्यार आ ही गया

तू ना आया ओ वफ़ा दुश्मन तो क्या हम मर गये,
चंद दिन तड़पा किये आख़िर करार आ ही गया!

जी में था ऐ हश्र उससे अब ना बोलेंगे कभी,
बेवफा जब भी सामने आया तो प्यार आ ही गया।