Tuesday, April 29, 2025

दिल-ए-नादाँ तुझे हुआ क्या है

 दिल-ए-नादाँ तुझे हुआ क्या है

आख़िर इस दर्द की दवा क्या है

- मिर्ज़ा ग़ालिब


दुनिया की निगाहों में भला क्या है बुरा क्या

ये बोझ अगर दिल से उतर जाए तो अच्छा

- साहिर लुधियानवी


तेरे विसाल के लिए अपने कमाल के लिए
हालत-ए-दिल कि थी ख़राब और ख़राब की गई
- जौन एलिया


उस से कहियो कि दिल की गलियों में
रात दिन तेरी इंतिज़ारी है
- जौन एलिया

और क्या देखने को बाक़ी है
आप से दिल लगा के देख लिया
- फ़ैज़ अहमद फ़ैज़


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