अच्छा लगता है जब कोई तुम्हें छोड़कर चलाजाता है,
कम्बख्त याद अच्छी आती है, अच्छी आती है।
*
उम्र भर तेरी चाहत में गुज़री हमने,
कैसे कहें उसे कि हम ज़िन्दगी भर तुझसे प्यार करें।
*
ज़रा ढूँढ़ तू उसे, वो बेपनाह आसमान का रंग है,
मगर तू मेरे ख्वाबों में छिपा हुआ एक तारा है
*
तेरे इंश्क़ में दिल है, तेरे लिए जान है,
वरना ऐसी क़दर तो किसी चीज़ की नहीं है।
*
'वसीम' देखना मुड़ मुड़ के वो उसी की
तरफ़ किसी को छोड़ के जाना भी तो नहीं आया
- वसीम बरेलवी
No comments:
Post a Comment