Tuesday, April 29, 2025

तू मेरे ख्वाबों में छिपा हुआ एक तारा है

अच्छा लगता है जब कोई तुम्हें छोड़कर चलाजाता है,

कम्बख्त याद अच्छी आती है, अच्छी आती है।

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उम्र भर तेरी चाहत में गुज़री हमने,

कैसे कहें उसे कि हम ज़िन्दगी भर तुझसे प्यार करें।

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ज़रा ढूँढ़ तू उसे, वो बेपनाह आसमान का रंग है,

मगर तू मेरे ख्वाबों में छिपा हुआ एक तारा है

*

तेरे इंश्क़ में दिल है, तेरे लिए जान है,

वरना ऐसी क़दर तो किसी चीज़ की नहीं है।

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'वसीम' देखना मुड़ मुड़ के वो उसी की

तरफ़ किसी को छोड़ के जाना भी तो नहीं आया 

- वसीम बरेलवी




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