Tuesday, April 29, 2025

दरम्यान तेरे मेरे प्यार कैसा कुछ तो है

 ये मेरा इश्क औरों जैसा नहीं,

अकेले रहेंगे पर तेरे ही रहेंगे..!

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कभी पढ़ो तो सही मेरी आंखों को,

यहां दरिया बहता है तेरी मोहब्बत का।

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सामने बैठे रहो दिल को करार आयेगा

जितना देखेंगे तुम्हे, उतना ही प्यार आयेगा।

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कुछ तो जादू है तेरे नाम में,

नाम सुनते ही चेहरे पर मुस्कान आ जाती है...

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मोहब्बत से मोहब्बत तब हुई,

जब मोहब्बत तुमसे हुई...!

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याद नही कुछ पर याद जैसा कुछ तो है,

दरम्यान तेरे मेरे प्यार कैसा कुछ तो है।

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आईने से पर्दा कर के देखा जाए

ख़ुद को इतना तन्हा कर के देखा जाए

हम भी तो देखें हम कितने सच्चे हैं

ख़ुद से भी इक वअ'दा कर के देखा जाए.

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