यूँ मायूस सा होकर मेरा दिल रो सा जाता है
सब कुछ खो सा जाता है
बात करते-करते कह जाना सब कुछ
फिर मैंने क्या कहा
ये कुछ चुभ सा जाता है
सब कुछ खो सा जाता है
वो हंसी वादे सब झूठे से लगते हैं
याद करते-करते सब कुछ मिट सा जाता है
जा मुकर जा तू भी बातों से अपनी
पहाड़ों को देख हवाओं का रुख मुड़ सा जाता है
जब फ़ुरसत से बैठकर वो बातें याद करते हैं
यूँ मायूस सा होकर मेरा दिल रो सा जाता है
सब कुछ खो सा जाता है
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