Thursday, October 3, 2024

मै तुम्हें इधर उधर ढूढ़ने लगता हूँ

 रात को ख्वाबों में तुम मेरे इतने करीब क्यों आते हो, 

सुबह सुबह नींद टूटते ही मै तुम्हें इधर उधर ढूढ़ने लगता हूँ।  

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