Monday, October 21, 2024

सोचता हूँ प्यार करना चाहिए

रंग इस मौसम में भरना चाहिए

सोचती हूँ प्यार करना चाहिए

ज़िंदगी को ज़िंदगी के वास्ते
रोज़ जीना रोज़ मरना चाहिए

दोस्ती से तजरबा ये हो गया
दुश्मनों से प्यार करना चाहिए

प्यार का इक़रार दिल में हो मगर
कोई पूछे तो मुकरना चाहिए

अंजुम रहबर

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