जो उड़ते हैं अहम् के आसमानों में,
जमीं पर आने में, वक़्त नहीं लगता।
हर तरह का वक़्त आता है ज़िंदगी में,
वक़्त के गुज़रने में, वक़्त नहीं लगता!
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
आशु तो कुछ भी नहीं आसूँ के सिवा, जाने क्यों लोग इसे पलकों पे बैठा लेते हैं।
No comments:
Post a Comment