Wednesday, July 10, 2024

अब हमारा साथ जीवनभर निभाना है तुम्हें

अब हमारा साथ जीवनभर निभाना है तुम्हें


प्रीत  का  साया  बनोगी,  हाँ  यही वादा करो
प्रेम  की  काया  बनोगी,  हाँ  यही  वादा करो
जब हमारा तन दुखों की धूप में ले सिसकियाँ
सिर्फ़  तुम  छाया  बनोगी, हाँ यही वादा करो

प्रेम का, सद्भावना का, पुल बनाना है तुम्हें ।

प्यार की  अठखेलियों से,  मुँह कभी मत मोड़ना
जो क़सम खाई मिलन की, वो कभी मत तोड़ना
घोर   तम   की  यामिनी  यदि  राह  में घेरे कभी
छोड़  दे  दुनिया  हमारा  साथ, तुम मत छोड़ना

भाल पर सम्मान का कुंकुम लगाना है तुम्हें ।

हम तुम्हें  उम्मीद  से  बढ़कर  निभाते  जायंगे
हर समस्या को प्रणय की सेज पर सुलझायंगे
नींद  जब  देगी  निमंत्रण  नैन  में आकर तुम्हें
हम  तुम्हारे  कुंतलों  को  प्यार  से  सहलायंगे

वर्णमाला को भरम की, नित भुलाना है तुम्हें ।

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