Tuesday, March 25, 2025

पुनः मिलना तेरा मेरा फिर भी तय है

भीगी पलकों में तस्वीर तेरी रोज बनती हैं,

तेरी यादों की परछाइयाँ मेरे साथ चलती हैं.


चाहे फासले हों दरमियान कुछ हमारे,

दिल की धड़कन में तू आज भी बसती है.


खामोश लम्हों में तेरा नाम आज भी है,

इंतज़ार इन शामों को तेरा आज भी है, 


चाहे वक्त कुछ पल हमें दूर कर दे यारा, 

पुनः मिलना तेरा मेरा फिर भी तय है. 

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