Monday, April 4, 2022

चेहरा देखें तेरे होंट और पलकें देखें

चेहरा देखें तेरे होंट और पलकें देखें

दिल पे आँखें रक्खें तेरी साँसें देखें 

सुर्ख़ लबों से सब्ज़ दुआएँ फूटी हैं 
पीले फूलों तुम को नीली आँखें देखें 

साल होने को आया है वो कब लौटेगा 
आओ खेत की सैर को निकलें कूजें देखें 

थोड़ी देर में जंगल हम को आक़ करेगा 
बरगद देखें या बरगद की शाख़ें देखें 

मेरे मालिक आप तो सब कुछ कर सकते हैं 
साथ चलें हम और दुनिया की आँखें देखें 

हम तेरे होंटों की लर्ज़िश कब भूले हैं 
पानी में पत्थर फेंकें और लहरें देखें

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