आशु तो कुछ भी नहीं आसूँ के सिवा, जाने क्यों लोग इसे पलकों पे बैठा लेते हैं।
उनका बादा भी अजीब था
बोले जिन्दगी भर साथ निभाएंगे ,
पर पागल हम थे - ये पूछना भूल ही गए के
मोहबत के साथ या यादो के साथ !
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