Sunday, November 7, 2021

रोमांटिक शेर

दिल में किसी के राह किए जा रहा हूँ मैं, 
कितना हसीं गुनाह किए जा रहा हूँ मैं. 
- जिगर मुरादाबादी

इतनी मिलती है मिरी ग़ज़लों से सूरत तेरी,. 
लोग तुझ को मिरा महबूब समझते होंगे
- बशीर बद्र

अपने जैसी कोई तस्वीर बनानी थी मुझे, 
मिरे अंदर से सभी रंग तुम्हारे निकले. 
- सालिम सलीम

यारो कुछ तो ज़िक्र करो तुम उस की क़यामत बाँहों का, 
वो जो सिमटते होंगे उन में वो तो मर जाते होंगे. 
- जौन एलिया

तुम्हारे शहर का मौसम बड़ा सुहाना लगे, 
मैं एक शाम चुरा लूँ अगर बुरा न लगे. 
- क़ैसर-उल जाफ़री

मैं जब सो जाऊँ इन आँखों पे अपने होंट रख देना, 
यक़ीं आ जाएगा पलकों तले भी दिल धड़कता है. 
- बशीर बद्र 




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