Saturday, September 9, 2017

गुनाह है

"ख्वाबों का रंगीन होना गुनाह है..
इंसान का जहीन होना गुनाह है..

कायरता समझते हैं लोग मधुरता को..
जुबान का शालीन होना गुनाह है..

खुद की ही लग जाती है नजर..
हसरतों का हसीन होना गुनाह है..

लोग इस्तेमाल करते हैं नमक की तरह..
आंसुओं का नमकीन होना गुनाह है..

दुश्मनी हो जाती है मुफ्त में सैंकड़ों से..
इंसान का बेहतरीन होना गुनाह है.."

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