काश कि तु चाँद और मैं सितारा होता;
आसमान में एक आशियाना हमारा होता;
लोग तुम्हे दूर से देखते;
नज़दीक़ से देखने का हक़ बस हमारा होता।
आसमान में एक आशियाना हमारा होता;
लोग तुम्हे दूर से देखते;
नज़दीक़ से देखने का हक़ बस हमारा होता।
आशु तो कुछ भी नहीं आसूँ के सिवा, जाने क्यों लोग इसे पलकों पे बैठा लेते हैं।
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