Thursday, October 23, 2025

थोड़ा सा माहौल बनाना होता है

थोड़ा सा माहौल बनाना होता है

वर्ना किसी के साथ ज़माना होता है

सच्चा शेर सुनाने वाले ख़त्म हुए
अब तो ख़ाली खेल दिखाना होता है

आँसू पहली शर्त है इस समझौते की
ग़म तो साँसों का जुर्माना होता है

लाल-क़िले की दीवारों पर लिखवा दो
दिल सब से महफ़ूज़ ठिकाना होता है

दुनिया में भर-मार है नक़ली लोगों की
सौ में कोई एक दिवाना होता है

रात हमारे घर जल्दी आ जाया कर
हमें सवेरे काम पे जाना होता है

ऐसी कोई बात नहीं मायूसी की
सच में थोड़ा सा अफ़्साना होता है

सब की अपनी एक इकाई होती है
सब का अपना एक ज़माना होता है

हम ने तो उन को भी लुटते देखा है
जिन के चार-क़दम पर थाना होता है

आज बिछड़ते वक़्त मुझे मालूम हुआ
लोगों में एहसास का ख़ाना होता है

शकील जमाली

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