सोचा था जब मिलेंगे राह चलते कभी, दिल की बातें जुबान पर न आने देंगे। हमने लब खोले भी नहीं और वो सब जान जायें, खामोशियों को समझने की वो अदा उनमें आज भी है।
Tere Pyar ne zindagi se pehchaan karai hai, Mujhe wo toofano se phir lauta ke laayi hai, Bas itni hi dua karte hain khuda se hum, Bujhe na yeh shama kabhi jo humne jalai hai…
क्या माँगु खुदा से तुम्हे पाने का बाद, किसका करू इंतजार तेरे आने के बाद, क्यूँ किसी के लिऐ जान लूटा देते है लोग, मुझे मालूम हुआ तुम्हें पाने के बाद.. ...
Khokar paane ka maja hi kuchh or hai, Rokar muskurane ka maja hi kuchh or hai, Haar to zindagi ka hissa hai mere dost, Harne ke baad jeetne ka maja hi kuchh or hai…
वो अपने मेहंदी वाले हाथ मुझे दिखा कर रोई, अब मैं हुँ किसी और की, ये मुझे बता कर रोई, पहले कहती थी कि नहीं जी सकती तेरे बिन, आज फिर से वो बात दोहरा कर रोई... कैसे कर लुँ उसकी महोब्बत पे शक यारो...!! वो भरी महफिल में मुझे गले लगा कर रोई... ...
दिल में धडकन और आँसु धम जाते हैं, जब कभी हम आपके इस आशियाने में आते हैं, थाम तो लेते हैं पलकों की कंपकंपाहट दो घडी, पर इन आँसुओं का क्या करें जो पल में बिखर जाते हैं.