Sunday, January 30, 2022

चार क़दम भी चल ना पाऊंगा मैं

तुम से अलग हो कर
कहां जाऊगी में
मंजिल तो दूर की बात है
चार क़दम भी चल ना पाऊंगी में
तेरा प्यार है
जो समेटे हुए है "मुझे"
जो ना हो तुम साथ
तो
बिखर जाऊगी में
तुम से अलग हो कर...

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