Thursday, April 30, 2020

अंजान साथी

जिनकी उम्मीद में सजोता हूँ जिंदगी...
बस फिर वही बिखेर जाते हैं जिंदगी...

पूरी करनी है ये यात्रा साथ मिल के साथी!!
बीच सफ़र में कही हाथ छोड़ ना देना साथी!!

अनजान कही दूर चाहता हूँ एक ठहराव साथी!!
बाते मेरी सुन कही मौत ही ना आ जाये साथी!!

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