Stayin' Alive
आशु तो कुछ भी नहीं आसूँ के सिवा, जाने क्यों लोग इसे पलकों पे बैठा लेते हैं।
Tuesday, December 17, 2019
पारिजात के फूलों-सा महकता रहा मैं!
उस दिन तुमने
घंटों बात की थी
सिर मेरे कंधे पर रखकर.
तुम्हारे जाने के बाद
घंटों तक पारिजात के फूलों-सा
महकता रहा मैं!
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