Tuesday, January 28, 2025

हम को तो खैर पहुंचना था

हम को तो खैर पहुंचना था जहाँ तक पहुँचे,

जो हमें रोक रहे थे, वो कहाँ तक पहुँचे ।

Sunday, January 5, 2025

सितारों को मालूम था, हम दोनों मिलेंगे

बहारें आएँगी, होंठों पे फूल खिलेंगे

सितारों को मालूम था, हम दोनों मिलेंगे

सितारों को मालूम था छिटकेगी चाँदनी,
सजेगा साज प्यार का बजेगी पैंजनी
बसोगे मन में तुम तो मन के तार बजेंगे
सितारों को मालूम था, हम दोनों मिलेंगे

मिला के नैन हम-तुम दो से एक हो गए
अजी हम तुम पे पलकें उठाते ही खो गए
नैना झुकायेंगे, जिया निछावर करेंगे
सितारों को मालूम था, हम दोनों मिलेंगे

कली जैसा कच्चा मन कहीं तोड़ न देना
बहारों के जाने पे कहीं छोड़ ना देना
बिछड़ने से पहले हम अपनी जान दे देंगे
सितारों को मालूम था, हम दोनों मिलेंगे 

गोपाल सिंह नेपाली




Thursday, January 2, 2025

तुझसे लगी हुई मेरी एक आस है

तुझसे लगी हुई मेरी एक आस है
तेरे गुमशुदा प्यार की तलाश है
जुदा होते ही थोड़ा भी सुकून ना मिला

जबकि तेरी यादें मेरे आस पास हैं