Thursday, April 16, 2020

क्या हुआ आज ये किस बात पे रोना आया

सब्र आ जाए इस की क्या उम्मीद
मैं वही, दिल वही है तू है वही
- जलील मानिकपूरी


तुम नहीं पास कोई पास नहीं
अब मुझे ज़िंदगी की आस नहीं
- जिगर बरेलवी

मौत का इंतिज़ार बाक़ी है
आप का इंतिज़ार था न रहा
- फ़ानी बदायूंनी

हम तो समझे थे कि हम भूल गए हैं उन को
क्या हुआ आज ये किस बात पे रोना आया
- साहिर लुधियानवी

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