Stayin' Alive
आशु तो कुछ भी नहीं आसूँ के सिवा, जाने क्यों लोग इसे पलकों पे बैठा लेते हैं।
Wednesday, March 11, 2020
सलीके से बुज़ुर्गों की निशानी कौन रखता है।
हमीं गिरती हुई दीवार को थामे रहे वरना ,
सलीके से बुज़ुर्गों की निशानी कौन रखता है।
- मुनव्वर राना
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