आशु तो कुछ भी नहीं आसूँ के सिवा, जाने क्यों लोग इसे पलकों पे बैठा लेते हैं।
खुदा ने पुछा क्या सजा दे उस बेवफ़ा को...
दिल ने कहा मोहब्बत हो जाए उसे भी...
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