आशु तो कुछ भी नहीं आसूँ के सिवा, जाने क्यों लोग इसे पलकों पे बैठा लेते हैं।
जिंदगी गुलजार है तेरे हर पल के साथ,
काश गुजर जाए हर लम्हा तेरे आज और कल के साथ.
No comments:
Post a Comment