देखते ही उन्हें सवाल सब भूल गया,
अजीब पुराना इश्क है,
देखते ही उन्हें, अपना सवाल भूल गया,
लाख चाहा,कि उनको याद ना करूं,
मगर वो हंसती है, तो आईना हंसता है,
और दोनों हंसते हैं, तो मेरा मन हंसता है,
जिंदगी का हिस्सा बनाने की चाह थी,
पर किस्मत ने, अहसास करा दिया,
कि मन तो सुंदर सलोना है,
उनका मिलना, दिल बहलाने का बहाना है
No comments:
Post a Comment