Stayin' Alive
आशु तो कुछ भी नहीं आसूँ के सिवा, जाने क्यों लोग इसे पलकों पे बैठा लेते हैं।
Wednesday, June 16, 2021
ज़ख़्मों को फिर मरहम की ज़रूरत नहीं होती
दो लफ़्ज़ मोहब्बत के असर करते हैं इतना
ज़ख़्मों को फिर मरहम की ज़रूरत नहीं होती
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