Stayin' Alive
आशु तो कुछ भी नहीं आसूँ के सिवा, जाने क्यों लोग इसे पलकों पे बैठा लेते हैं।
Monday, December 14, 2020
मैं गिरते-गिरते सम्भल लूं क्या
बिछड़ते वक़्त ये ख़याल आया
बिछड़ने का ख़याल क्यों आया
अलग होने की ज़रूरत क्या थी
यूं दूर जाने की ज़रूरत क्या थी
फ़ैसला अब भी बदल लूं क्या
मैं गिरते-गिरते सम्भल लूं क्या
No comments:
Post a Comment
‹
›
Home
View web version
No comments:
Post a Comment