Stayin' Alive
आशु तो कुछ भी नहीं आसूँ के सिवा, जाने क्यों लोग इसे पलकों पे बैठा लेते हैं।
Thursday, June 4, 2020
और क्या चाहिए?
"साथ हो तेरा, मेहरबानी हो रब़ की
और क्या चाहिए?
कहने को सब कुछ है,
शुकुन के दो पल मिल जाए
और क्या चाहिए?
सम्भल के चलते चलते थक गए है,
थोड़ा बहक जाए,
और क्या चाहिए?
हमारा अपना ही अन्दाज है,
अगर शब्दों मे जाॅ भी आ जाए
और क्या चाहिए?
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