Stayin' Alive
आशु तो कुछ भी नहीं आसूँ के सिवा, जाने क्यों लोग इसे पलकों पे बैठा लेते हैं।
Monday, June 15, 2020
हमसे तेरे ये तक़ाज़े नहीं झेले जाते..
“खेल एहसास के,इनाम में सिक्के औ हवस,
आप ही खेलिए, हम से नहीं खेले जाते,
मुंबई तुझसे मुहब्बत तो है हमको लेकिन,
हमसे तेरे ये तक़ाज़े नहीं झेले जाते...!”
No comments:
Post a Comment
‹
›
Home
View web version
No comments:
Post a Comment