Stayin' Alive
आशु तो कुछ भी नहीं आसूँ के सिवा, जाने क्यों लोग इसे पलकों पे बैठा लेते हैं।
Monday, May 25, 2020
अल्फाज कम पर जाते थे
वो भी क्या दौर थे,
हम साथ चला करते थे,
रास्ते कट जाते थे,
पाव ना थकते थे।
घंटों बातें हुआ करती थी,
अल्फाज कम पर जाते थे,
समय बीत जाता था,
बातें रह जाती थी।
अब वक़्त बदल गया है,
बातें अब भी होती है,
पर जरुरी रह गयी है,
साथ अब भी है,
रास्ते अलग हो गए है।।
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