Stayin' Alive
आशु तो कुछ भी नहीं आसूँ के सिवा, जाने क्यों लोग इसे पलकों पे बैठा लेते हैं।
Thursday, April 16, 2020
पतझड़ सी है जिंदगी और खयाल बहार का।
उलफत के मारों से न पूछो आलम इंतजार का,
पतझड़ सी है जिंदगी और खयाल बहार का।
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