Saturday, April 25, 2020

न सोचा था ये दिल लगाने से पहले

न सोचा था ये दिल लगाने से पहले 

कि टूटेगा दिल मुस्कुराने से पहले 

उमीदों का सूरज न चमका न डूबा 
गहन पड़ गया जगमगाने से पहले 

अगर ग़म उठाना था क़िस्मत में अपनी 
ख़ुशी क्यूँ मिली ग़म उठाने से पहले 

कहो बिजलियों से न दिल को जलाएँ 
मुझे फूँक दें घर जलाने से पहले 

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