Stayin' Alive
आशु तो कुछ भी नहीं आसूँ के सिवा, जाने क्यों लोग इसे पलकों पे बैठा लेते हैं।
Thursday, January 30, 2020
पानी के बाद प्रेम ही है
जब आता है तो
आता है तरल की तरह
बहता हुआ
जब ठहरता है तो
ठहरता है ठोस की तरह
आकार सहित
जब जाता है तो
होता है पकड़ से बाहर
हवा की तरह
पानी के बाद प्रेम ही है
जो पाया जाता है
पदार्थ की तीनों अवस्थाओं में..
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