Stayin' Alive
आशु तो कुछ भी नहीं आसूँ के सिवा, जाने क्यों लोग इसे पलकों पे बैठा लेते हैं।
Sunday, January 5, 2020
मकताब ए इश्क का दस्तूर यह निराला देखा
मकताब ए इश्क का दस्तूर यह निराला देखा,
उस को छुट्टी ना मिली जिसने सबक याद किया
मकताब : School
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