Stayin' Alive
आशु तो कुछ भी नहीं आसूँ के सिवा, जाने क्यों लोग इसे पलकों पे बैठा लेते हैं।
Saturday, January 4, 2020
गिरते हैं शहसवार ही मैदान-ए-जंग में
गिरते हैं शहसवार ही मैदान-ए-जंग में
वो तिफ़्ल क्या गिरे जो घुटनों के बल चले
- मिर्ज़ा अज़ीम बेग़
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