Stayin' Alive
आशु तो कुछ भी नहीं आसूँ के सिवा, जाने क्यों लोग इसे पलकों पे बैठा लेते हैं।
Sunday, December 1, 2019
दिया तबस्सुम से जवाब
हर मुसीबत का दिया..
एक तबस्सुम से जवाब
इस तरह गर्दिश-ए-दौराँ को..
रुलाया मैंने 😊
~ फ़ानी बदायुनी
(तबस्सुम = Smile, मुस्कुराहट; गर्दिश-ए-दौराँ = Ups & Downs, Difficult times of life, ज़िंदगी का मुश्किल समय)
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